थाइराइड से पीड़ित लोगों को अपने डाइट का बिशेष ध्यान देने की जरूरत है । आप अगर थाइरायड से पीड़ित हैं तो क्या आपको खाना चाहिए और क्या नहीं जानने के लिए जरूर पढ़ें.

थायरॉइड तितली के आकार की एक ग्रंथि होती है, जो गले में स्थित होती है। शरीर की चयापचय (मेटाबॉलिज्म) क्रिया में इस ग्रंथि का विशेष योगदान होता है। इसके अलावा थायरॉइड हार्मोन का काम रक्त में शुगर, कोलेस्ट्रॉल और फोस्फोलिपिड की मात्रा को करना, हड्डियों और मानसिक वृद्धि को नियंत्रित करना, हृदय गति और रक्तचाप (ब्लड प्रेशर) को नियंत्रित रखना और महिलाओं में दुग्धस्राव को बढ़ाना होता है। लेकिन आजकल अक्सर लोगों को सुनने को मिलता है कि मुझे थायरॉइड है, मेरा वजन बढ़ रहा है या घट रहा है। दरअसल, जब थायरॉइड ग्रंथि सही तरीके से काम नहीं करती है, तब ऐसी समस्याएं देखने को मिलती हैं। महिलाओं में यह समस्या ज्यादा देखने को मिलती है। इसलिए इस समस्या में या इस समस्या से निजात पाने के लिए खानपान का विशेष ध्यान रखना पड़ता है। थायरॉइड कम हो तो क्या खाएं? 
कम कैलोरी वाला आहार (अंगूर, सेब, खरबूजा, ब्रोकली, फूलगोभी, बीन्स, गाजर, चुकंदर) 
हरी पत्तेदार और रंगीन सब्जियां (भिंडी, लौकी, मेथी, पालक, बैंगन, टमाटर, करेला) 
प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ (दाल, दही, अंडा, चिकन, मछली) 
सूखे मेवे और बीज (अखरोट, सूरजमुखी के बीज थायरॉइड कम हो तो क्या न खाएं?  
सोयाबीन या सोया युक्त खाद्य पदार्थ 
अधिक फैट वाले खाद्य पदार्थ (पास्ता, ब्रेड, बर्गर, केक, पेस्ट्री, डिब्बा बंद खाद्य पदार्थ आदि) 
चीनी युक्त खाद्य पदार्थ थायरॉइड बढ़ने पर क्या खाएं?
हाई कैलोरी फूड (फुल क्रीम दूध और उससे बनी दही, पनीर, चीकू, केला, खजूर) 
उच्च प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थ (दाल, राजमा, दही, अंडा, मछली आदि) 
बादाम, अखरोट, पिस्ता, मूंगफली 
सफेद तिल, अलसी के बीज, सूरजमुखी के बीज, खरबूजे के बीज 
सब्जियों में फूलगोभी, ब्रोकली आदि थायरॉइड बढ़ने पर क्या न खाएं? 
आयोडीन युक्त खाद्य पदार्थ कम मात्रा में खाएं या बिल्कुल न खाएं
जंक फूड न खाएं 
भोजन से पहले पानी या कोई भी ड्रिंक लेने से बचें। यह लेख डाक्टरों से बात चीत पर आधारित है । 

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